हे भगवान !
हे भगवान !
हे भगवान, एक साल तो ऐसा दे दो,
जब खुशियों की लहरें दिल की गहराइयों में उठें।
पांच सालों का दर्द, पांच प्रियजनों की कमी,
अब सहा नहीं जाता, बस एक साल तो ऐसा दे दो।
जहां प्यार और स्नेह की खुशबू हर घर में फैले,
और हर दिल में सुकून और शांति का संचार हो।
ना कोई बीमारी, ना कोई दर्द,
बस हर तरफ से प्रेम और
सौहार्द की लहरें हों।
हे भगवान, मेरी यही प्रार्थना है,
कि आप मुझे कम से कम ऐसा एक साल दें।
मैं अपने जीवन में खुशियों की बरसात देखूँ,
और अपने प्रियजनों के साथ
खुशियों के पल बिता सकूँ।
