मेरी आशिकी है तुमसे
मेरी आशिकी है तुमसे
मेरी आशिकी है तुमसे
मेरी दीवानगी है तुमसे
और,क्या बताऊँ?
मेरी जानेमन,मेरी दुनिया है तुमसे।
यह दिल केवल तुमसे ही
मोहब्बत करता है
हसीनों की इस दुनिया में
केवल तुमपर ही मिटता है
अब तुम ही बताओ
तुम्हारे बिना मैं कहाँ जाऊं?
क्योंकि, मेरी आशिकी है तुमसे
मेरी दीवानगी है तुमसे
और,क्या बताऊँ मेरी जानेमन
मेरी दुनिया है तुमसे।
तुमसे दिल लगाया है
तभी तो,सजा दे रही हो
अपने इस आशिक को
आशिकी की सजा दे रही हो
पर,मैं भी जिद्दी आशिक हूँ
तुम्हें यूँ ना छोडूंगा
कसम से,अपनी दुल्हन बनाकर लाऊंगा।

