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AVINASH KUMAR

Abstract

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AVINASH KUMAR

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मेरे प्यारे एलियन

मेरे प्यारे एलियन

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मेरे प्यारे एलियन 

तुम जल्दी से इस धरती पर

मेरे घर में मेरे कमरे में

मेरे पास आओ मैं भी एक एलियन हूं


इस दुनिया के लिए नहीं बना हूं

इस संसार के लिए अनुपयुक्त हूं

मैं सबको प्यार करने वाला एक कोमल

हृदय रखता हूं और

यह संसार नफरत के कीटाणुओं से

भरा पड़ा है


यहां मेरा दम घुटता है

अब मेरे संयम का बांध टूटता

जा रहा है

तुम मुझे सहारा दो

मुझे प्रेम का अर्थ समझाओ

उसे मेरे कानों में बार बार

दोहराओ


नहीं तो मैं प्रेम करना ही भूल

जाऊ

ंगा

तुम्हारे लोक में शायद प्रेम का

अस्तित्व हो

प्रेमपूर्वक रहने वाले

एक दूसरे को सच्चे दिल से

प्यार करने वाले लोग हों


अगर ऐसा है तो

कृपया करके जल्द से जल्द आओ

और मुझे अपने साथ ले चलो

मैं पल पल तुम्हारी राह देख

रहा हूं

तुम्हारी प्रतीक्षा कर रहा हूं

मुझे पूर्ण विश्वास है कि

तुम एक दिन अवश्य आओगे

प्रेम की एक साक्षात मूरत

बनकर और

मेरे भूले बिसरे प्रेम के गीत

के सुरों में फिर से जान

फूंकोगे


उसके बोलों को फिर से

जीवनदान दोगे।


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