मेरे अंदर शोर बड़ा है
मेरे अंदर शोर बड़ा है
मेरी मुस्कुराहट में सुकून देखते हो
मेरे अंदर शोर बड़ा है ।
मुझे चमकता हुआ देखते हो
मेरे अंदर अंधेरा बड़ा है ।
मेरा नाम होता देखते हो
मेरे अंदर गुम नामी का समा है ।
मैं शांत दिखता हूँ समुंदर जैसा
मेरे अंदर भी लहरों का तूफ़ान खड़ा है ।
कभी मिलो तो बताएंगे तुम्हें
की मेरे अंदर का ज़ख़्म आज भी हरा है ।
वो जो मेरी मुस्कुराहट में सुकून देखते हो तुम
मेरे अंदर शोर बड़ा है ।
