मेरा उज्जैन शहर/mera Ujjain shahar: 01 by karan Bansiboreliya
मेरा उज्जैन शहर/mera Ujjain shahar: 01 by karan Bansiboreliya
चिंतामण चिंता हरे शिप्रा करे निहाल
दया करें मां हरसिद्धि रक्षा करें महाकाल
नगर कोट पर बैठी रानी चोखट पर बैठे काल
हाथ जोड़ कर काल जपता जय जय महाकाल
मंगलनाथ हरे मंगल काम सिद्ध करे गेबी साहब
गढ़कालिका और चामुंडा के पैरों में रखा गुलाब
पूरे चौक को टुकुर टुकुर देखे गोपाल
मिलने को हरि से हर पहुंचे चौपाल
त्रिभुवन में सर्वत्र जो बदल देते काल
दया करें मां हरसिद्धि रक्षा करें महाकाल
पूरी पंक्ति में हुए उज्जैन के चारोधाम
रामजनार्दन मंदिर कहता जय जय श्री राम
महादेव को जल चढ़ाने श्रावण आता हर साल
नगर भ्रमण के लिए निकलते कालो के काल
देखने को एक झलक रुक जाती सबकी चाल
दया करें मां हरसिद्धि रक्षा करें महाकाल
