मेरा सपना
मेरा सपना
मेरा एक छोटा सपना है,
मैं भी अपनी मंजिल पाऊं।
कुछ ऐसा मैं भी कर जाऊं,
जिससे मैं शिक्षक बन पाऊं।।
ध्यान लगाकर मैं पढ़ लिख कर,
अपना सपना सच कर पाऊं।
सीखा है जो मैंने उसको,
कुछ लोगों को और सिखाऊं ।।
मैं तो चाहूं आगे बढ़ना,
बिना पंख मैं चाहूं उड़ना ।
रुके बिना बस आगे बढ़कर,
अपना सपना पूरा करना ।।
ये सपना सब से सुंदर है,
कहता ऐसा मेरा मन है।
इस सपने को पूरा करना,
अब तो मेरा यही धर्म है।।
इस सपने में अलग खुशी है,
ये सपना है मेरी पूजा।
सपना ये है बहुत अनोखा,
ना है ऐसा कोई दूजा ।।
सपना मन में एक लिए,
मैं आज यहां तक आई हूं।
इस सपने को पूरा करना,
मन में ठान के लाई हूं।।