गांव हमारा
गांव हमारा
एक छोटा सा गांव हमारा
जहां से दिखता हिमालय सारा
बांज चीड़ काफल के पेड़।
बनते है हम सब का सहारा
छोटे छोटे पक्षी आते हैं।
काफल उन्हें बहुत भाते हैं
काफल न तो फल अनेक हैं।
जो उनको खाने मिल जाते हैं
दूर दूर तक फागुन में जब ।
यहां होती है हरियाली
तो शुद्ध हवा बहती मनोहरी।
एक छोटा सा गांव हमारा
जहां से दिखता हिमालय सारा।