मेरा प्रेमपत्र
मेरा प्रेमपत्र
यह मेरा प्रेमपत्र है प्रिये,
जिसे कभी मैंने लिखा था केवल,
तुम्हारे लिए लेकिन तुम्हें दे ना सका,बस....
इंतजार करता रहा, यह सोचकर कभी तो
आओगी तुम उसी तरह हँसती-मुस्कुराती हुई मेरे पास,
और लिपट जाओगी मेरी खुली बाहों में,
आज सावन की घटाएँ बरस रही हैं, लेकिन तुम हो कहाँ?