मेरा जहाँ बस गया
मेरा जहाँ बस गया
तेरे संग जिंदगी बिताने के खातिर
मेरा आशियाँ तरस गया
तू जो मेरे संग चल दी तो
मेरा जहाँ बस गया
सुना था ये दिल अकेला
जन्नत सा तू मिल गया
तू जो मेरे संग चलदी तो
मेरा जहाँ बस गया
मेरे यार तू कितना सोना
तेरे जैसा ना कोई होना
सारे दुनिया से रिश्ता तोड दू मै
मुझे बस तेरा ही रेहना
कर दे वादा
छोड़ कर ना जायेगी
उम्र भर मेरी रेह के
तू साथ निभाएगी
कितना अजीज तू रेहनूमा सा
खुशी का मंजर है यू
सारे जहाँ सा
तेरे मुरत मे मुझे खुदा मिल गया
तू जो मेरे साथ चलदी तो
मेरा जहाँ बस गया
तेरे संग जिंदगी बिताने के खतिर
मेरा आशियाँ तरस गया
तू जो मेरे साथ चल दी तो
मेरा जहाँ बस गया।

