मेरा इश्क़: ख़ुदा मेरा
मेरा इश्क़: ख़ुदा मेरा
लफ़्ज़ों में पिरो दूँ
या एहसासों में रहने दूँ..
ऐ इश्क़ तू बेज़ुबाँ है..
साँसों में रहने दूँ
या फिज़ाओ में बिखेर दूँ..
ऐ मुसाफ़िर..
इश्क़ ग़र खुशनुमा है
पलकों में छुपा लूँ..
ऐ इश्क़ तू ख़ुदा है..
पास बैठ मेरे कभी तू
तुझे अपनी रूह में बसा लूँ..

