मेरा हिन्दुस्तान कैसा हो
मेरा हिन्दुस्तान कैसा हो
मेरा हिन्दुस्तान कैसा हो
जिसके पैरों के नीचे अपनी जमीन हो
अपने पैरों पर खड़ा स्वभिमान हो
दुनिया में बैठने के लिए अपनी जगह हो
हाथों में अपनी मेंहनत का धन हो
शरीर पर जिसके इज्जत के कपड़े हो
जिस पर खुशियों रंग हो
चहेरे पर आत्मसम्मान की चमक हो
हरजगह पर उसकी बात हो
ऐसा हो मेरा हिन्दुस्तान ।