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Kanchan Prabha

Abstract

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Kanchan Prabha

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मौका अच्छा है

मौका अच्छा है

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दुनिया की भीड़ से दूर समय बिताने का

कितनी रफ्तार कम हुई है जमाने की

अच्छा है कि सब अपने अपने घर में रहें 

मौका अच्छा है सपनों के महल सजाने का


गली में बेबजह घूमने की बन्दिशों पर 

धूल जो मोटी सी पड़ गई है शीशों पर 

उनको कपड़े से रगड़ रगड़ मिटाने की

मौका अच्छा है सपनों के महल सजाने का


छत की मुंडेर पर जो पीपल के पत्ते झड़े थे

टूटी बाल्टी में जो बारिश के पानी भरे थे

वक्त मिल गया है उस पानी को बहाने की

मौका अच्छा है सपनों का महल सजाने का


भागते जीवन में कभी रोटी जली बनती थी

और कभी सब्जी में मिर्ची ज्यादा पड़ती थी

समय मिला है फुर्सत में पकवान बनाने की

मौका अच्छा है सपनों के महल सजाने का !



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