मैया चले आये हैं
मैया चले आये हैं
मैया चले आये हैं, हम तेरे भवन में।
ले लो माँ अम्बे तू हमें,अपनी शरण में।।
जै अम्बे...भवानी जै हो तेरी..2
मैया काटो इस मन का अँधेरा।
अपनी ज्योति से कर दो सवेरा।।
आये नयी उमंग मइया,मेरे जीवन में..2
ले लो माँ अम्बे तू हमें,अपनी शरण में।
जै अम्बे....भवानी जै हो तेरी..2
अगर माँ देती रहे तू सहारा।
फिर न टूटे सागर से किनारा।।
नयनों की ज्योति समायी,मेरे ही मन में..2
ले लो माँ अम्बे तू हमें,अपनी शरण में।
जै अम्बे....भवानी जै हो तेरी..2
करदे जगमग ये धरती ये अम्बर।
कट जाये यहाँ से आडम्बर।।
पापी असुरों को,संघारों माँ क्षण में..2
ले लो माँ अम्बे तू हमें,अपनी शरण में।
जै अम्बे....भवानी जै हो तेरी..2
