मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
कहे तुलसी मुझे सूखने मत देना कभी,
सदस्य हूँ घर की मैं तुलसी तेरे आँगन की।
ख़ुशबू पौधे की वातावरण को शुद्ध करती,
पौधे की पत्तियाँ देवों का आह्वान करती।
तुलसी से जुड़े हैं किस्से कहानियाँ कई,
मत समझ लेना इसे पौधा कोई मामूली।
तुलसी-पत्तियों के सेवन रोग दूर होते कई,
कूट के लेप लगाने से ठीक होते नासूर घाव भी।
पत्तियाँ चबाने से दुर्गन्ध दूर हो जाती मुख की,
लक्ष्मी भी आती यदि आँगन में खिली हो तुलसी।
पवित्र ये पौधा पुरातन ग्रंथो में हैं इसका जिक्र भी,
शगुनीक कार्यों में मिलता पौधे को देवी का दर्जा भी।