मैं कली
मैं कली
मत कराओ बापू मां अबॉर्शन
करने दो मुझे दुनिया का दर्शन
मैं फुलवारी की तेरी कली
मैं चाहती नाजो में पली।
मुझे पाकर तुम ना रोना
अब भी मानो खुश होना।
मैं बनूंगी कभी तेरा सहारा
मोड़ूंगी मैं वक्त की धारा।
जीने का अधिकार दो माँ
देखने दो मुझे भी पूरा जहां।
मारोगी कोख में तो मर जाऊंगी
कैसे तेरी खुशियों में गाऊँगी ?
लाऊंगी जीवन में तुम्हारे हर्ष
रुको मां बापू ना कराओ अबॉर्शन।
