मैं कारवां नही हूं
मैं कारवां नही हूं
वक्त कितना गुजरा कि ,मैं सोया नही हूं
कयामत सी गुजरी है ,मै रोया नहीं हूं
बेकार ही करते हैं आप शोर इतना क्यों
देखो सामने हूं आपके ,मै खोया नही हूं
मेरी गुजरी राहों मै क्या देखती हो तुम
मेरे दिल में भी धड़कन, मैं बे-निशां नही हूं
मेरे कत्ल का भी क्या अरमान रखते हैं
चल रही हैं बस सांसे, मैं ज़िंदा नही हूं
चले आए हम यूं ही, यूंही चल दिए हम
मेरे साथ क्यों कोई हो, मैं कारवां नही हूं।