Khalid MOHAMMED
Drama
हम कहाँ रहते हैं
हर वक़्त अकेले इस दुनिया में,
कि दिन में परछाई
साथ नहीं छोड़ती है,
और रात में तन्हाई
साथ नहीं छोड़ती है !
महंगाई
ज़िन्दगी
उलझन
मैं और मेरी प...
हमारी नज़र !
तस्वीर
वतन से कुछ न ...
किताब!
बेवफाई
ज़रूरी है!
जूम, मीट, टीम, स्काइप बढ़िया मिलो सबसे तो जिंदगी है सेट हर। जूम, मीट, टीम, स्काइप बढ़िया मिलो सबसे तो जिंदगी है सेट हर।
तेरे सामने अगर मैं आ भी गया ना मिलेंगे नजर मैंने सोच लिया... तेरे सामने अगर मैं आ भी गया ना मिलेंगे नजर मैंने सोच लिया...
यमराज नहीं हटा सके, लिपटे जब शिवलिंग, शिव भक्ति के आगे, मन्नत नहीं रही अधूरी।। यमराज नहीं हटा सके, लिपटे जब शिवलिंग, शिव भक्ति के आगे, मन्नत नहीं रही अधूरी।...
जो पत्नी माने है, बराबर साझीदार वो गाड़ी पहुंचती है, नित स्वर्गद्वार जो पत्नी माने है, बराबर साझीदार वो गाड़ी पहुंचती है, नित स्वर्गद्वार
खुले नीलाम्बर की चादर,रंग-बिरंगे रंगों की दुनिया के प्रेमपाश में कैद हो गयी दुनिया सारी खुले नीलाम्बर की चादर,रंग-बिरंगे रंगों की दुनिया के प्रेमपाश में कैद हो गयी दुनि...
लक्ष्मण बने है शेषनाग जी स्वयं विष्णु ही नर रूप में आया।। लक्ष्मण बने है शेषनाग जी स्वयं विष्णु ही नर रूप में आया।।
न पढ़ाई की फिक्र थी न कक्षा की बात उस कमरे में एक भी पुस्तक न थी न पढ़ाई की फिक्र थी न कक्षा की बात उस कमरे में एक भी पुस्तक न थी
अब आगे न पूछियेगा, जरा प्राइवेट बात है वही हुआ जिसके लिए, की जाती मुलाक़ात है। अब आगे न पूछियेगा, जरा प्राइवेट बात है वही हुआ जिसके लिए, की जाती मुलाक़ात है...
तन-मन सर्वस्व खोना पड़ता जब भौतिक सुख की आती बात तन-मन सर्वस्व खोना पड़ता जब भौतिक सुख की आती बात
आदर्श संस्कार अपनी अमीरता है देश की संस्कृति को बचाना है ! आदर्श संस्कार अपनी अमीरता है देश की संस्कृति को बचाना है !
असुरी शक्तियों को, जगा चुका है, तामसिक वृति का हो चुका है इंसान, असुरी शक्तियों को, जगा चुका है, तामसिक वृति का हो चुका है इंसान,
जिनके भीतर प्रतिभा, जैसी कर्म आग होती है। जिनके भीतर प्रतिभा, जैसी कर्म आग होती है।
हारा नहीं, जो जगा हूँ आज...! हारा नहीं, जो जगा हूँ आज...!
किताब के पन्नों की तरह पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है ! किताब के पन्नों की तरह पलट जाए ज़िन्दगी तो क्या बात है !
जीवन को जीते रहने का ये, हुनर कहाँ से लाती हो तुम ? जीवन को जीते रहने का ये, हुनर कहाँ से लाती हो तुम ?
ये मानवीय संवेदनाओं को अनछुआ कर देने की आदत ये मानवीय संवेदनाओं को अनछुआ कर देने की आदत
लड़ाई लड़ता अफ़ग़ानों के खिलाफ कई उन्हें पश्चिमी पंजाब की ओर भगाया था लड़ाई लड़ता अफ़ग़ानों के खिलाफ कई उन्हें पश्चिमी पंजाब की ओर भगाया था
स्मृतियों के दिव्य गगन के सूर्य शिरोमणि! ऊर्जा बन, करते मन में संचार पिताजी।। स्मृतियों के दिव्य गगन के सूर्य शिरोमणि! ऊर्जा बन, करते मन में संचार पिताजी।।
प्रेम गहन है...तो मजबूरी में प्रेम विरल है...तो मगरूरी में प्रेम गहन है...तो मजबूरी में प्रेम विरल है...तो मगरूरी में
तेरे साथ बिताए लम्हों का, हर पल बहुत याद आता है। तेरे साथ बिताए लम्हों का, हर पल बहुत याद आता है।