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ritesh deo

Abstract

3  

ritesh deo

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मैं और हम

मैं और हम

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#हम  

(मैं और तुम )

और गहरा होता

#प्रेम 


 ऐसा लगता है 

जैसे हम दो शरीर 

एक #मन हो गए हैं 

और


 जानते हो किसी से

 मन मिलना

 इस कायनात की सबसे

 खूबसूरत बातों में से एक,

 काश......


 यह लम्हा साल में 

और साल सदी में बदल जाए 

जो कभी खत्म ना हो

ये यात्रा चलती रहे अनवरत।


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