मानव धर्म अपनाओ
मानव धर्म अपनाओ
जन्म मिला जो मानव का
तो अपना फर्ज निभाएं
करें एक दूजे का सहयोग
धरती पर मानवता फैलाएं।।
नहीं करें इंतजार किसी का
स्वयं पहले कदम बढ़ाए
वह पशु हो या मानव कोई
उसको संकट से बचाएं।।
हर धर्म का सार यही है
मानवता को अपनाओ
जीवन किसी का संकट में हो
सबसे पहले उसके प्राण बचाओ।।
तो आओ हम सब मिलकर
यह जन-जन को बताएं
स्वार्थ को त्यागे हम सब मिलकर
और निस्वार्थ सेवा को अपनाएं।।
