माँ
माँ
अम्मा को लिख भेज दो , थोड़ी दुआ सलाम |
उसके तन मन को लगे , ज्यों केसर बादाम |1|.
मोटे चावल में मिला , दिया जरा सा नीर |
माँ के हाथों से बनी , बिना दूध की खीर |2|.
अम्मा जल्दी हथ गई , आंगन रही बुहार |
बीन बीन कर रख लिया , सब बच्चों का प्यार |3|.
सूरज खिड़की पर खड़ा , चमक रहा है भाल |
अम्मा ने आवाज दी , उठ जा मेरे लाल |4|.
पत्थर की शिवलिंग पर , चढ़ा रहा है क्षीर |
अम्मा रोती मर गई , भूखी आँगन तीर |5|