माँ
माँ
माँ की दुआ हर दवा से ऊपर है
माँ ही है वो जिस पर ख़ुदा भी
निर्भर है
माँ तेरी दुआओं का ही असर है कि
हर बददुआ मुझपर हुईं बेअसर है।
माँ की दुआ में हर दर्द का इलाज
होता है
मेरी भी माँ है इसपर मुझे नाज़
होता है
माँ के होने से वो बेताज़ बादशाह
होता है
और नंगा बदन वाला भी शहंशाह
होता है।
माँ के रूप में मैंने साक्षात् ईश्वर
देखा है
शाश्वत माँ को और नश्वर यह संसार
देखा है
मेरे रोने पर रोती है और हँसने पर
हँसती है
इस संसार मे केवल मेरी माँ ही मुझे
समझती है।