मां ने जब दुनिया को छोड़ा
मां ने जब दुनिया को छोड़ा
ये वो वक्त था,
परिवार ठीक ढंग से,
चल रहा था।
सबकुछ सही था,
अचानक मां को,
कैंसर हो गया,
उसकी तबीयत बिगड़ी,
और उसकी मौत हो गई।
फिर कुछ समय पश्चात,
पिता जी चल बसे।
मेरे पर मुसीबतों का,
पहाड़ टूट पड़ा।
सबने मुंह मोड़ लिया,
सब तंग करने लगे,
हर समय बेइज्जती होने लगी,
कोई मौका नहीं,
छोड़ने लगे।
समय ऐसा आ गया,
उधर ये बेइज्जती करके हटते,
और फिर उस बेइज्जती का,
जश्न मनाने लगे।
फिर हमें हुआ एहसास,
मां बाप के बिना,
क्या होता हाल।
लेकिन हमने भी,
खाई सौगंध,
कभी नहीं गिरेंगे,
असूलों से हम।