माँ का आशीर्वाद
माँ का आशीर्वाद
ना कोई आडंबर है , ना कोई श्रृंगार,
हृदय है पवित्र, मन में है प्यार अपार,
हर जन मन को लुभाता है ममता का,
सादगी भरा कुदरती निस्वार्थ दुलार।।
माँ की ममतामई छवि की प्रेममयी छैया,
तन - मन से हर क्षण टपकता नेह स्नेह,
जहाँ में अमूल्य धरोहर सा माँ का आँचल,
समाहित रहता उसका अनन्य प्रेम निश्चल।।
वो उसके हाथों को चिरस्थाई सरसराहटें,
सरिता की कल-कल करती धाराओं सी,
अनुपम अद्भुत निराली हैं उसकी आशाएँ,
नित निज अंग-प्रत्यंग सादगी की मिसाल।।
अनोखा सुखद अनुभव मैया का एहसास,
भोली मूरत नैनों में रची बसी उसकी श्वास,
जैसे कोई सहज सरल नैसर्गिक सौंदर्य हो,
कुदरती खूबसूरत सा होता माँ का आशीर्वाद।
