माधव का जन्म
माधव का जन्म
गोकुल में छाया है शोर,
आ गया है माखनचोर।
देखने आये सारे ग्वाल,
यशोदानंदन नंदलाल।
आज जन्मे थे बांके बिहारी,
गोविन्द कहो या गोवर्धन धारी।
आकाशवाणी हुई एक बार,
मथुरा में आएंगे तारणहार,
बन के क्रूर कंस का काल,
जन्म लेंगे देवकी लाल।
वध की कंस ने की तैयारी,
पर हाथ न आये कृष्ण मुरारी।
प्रहरी सारे सो गए, ताले सारे खुल गए,
कान्हा को टोकरी में रख, वसुदेव गोकुल गए।
नन्द बाबा के घर जाकर, मांगी उनकी बाला,
छोड़ गए वसुदेव वहां पर, सुरक्षित बाल गोपाला।
देवकी और वसुदेव की दूर हुई अब चिंता,
यशोदा हैं श्याम की माँ और नन्द जी उनके पिता।
हुआ केशव का आगमन,
मोहित किया सबका मन,
ग्वाल बाल भी नाचे गाएं,
सब मिलकर खुशियां मनाएं।
