लॉकडाउन
लॉकडाउन


देश लॉक हैं,
हमारा विकास नहीं।
घरों मे हम बंद है,
हमारे विचार नहीं।
ताले दफ्तरों पे है,
हमारी किस्मत पे नहीं।
परिस्थिति करोना की गुलाम हैं,
लेकिन हमारी सोच नहीं।
समय का चक्र धीमा है,
लेकिन हमारी तरक्की का नहीं।
धैर्य रखेंगे, लड़ेंगे, आगे बढ़ेंगे,
इस रुकावट को सफलता की सीढ़ी में बदलेंगे।