लॉकडाउन डायरी
लॉकडाउन डायरी
पुरखो की हवेलियों पर
लगाए हाथों से ताले।
शहरों की अंधी दौड़ मेंं
गांव को भूले घर वाले।
आज क्या मुंह लेकर जाए
पूछेगी गांव की चौपाले।
इसीलिए मुंह ढक कर आए
शहर पर गर्व करने वाले।
- जान्हवी राजपुरोहित
पुरखो की हवेलियों पर
लगाए हाथों से ताले।
शहरों की अंधी दौड़ मेंं
गांव को भूले घर वाले।
आज क्या मुंह लेकर जाए
पूछेगी गांव की चौपाले।
इसीलिए मुंह ढक कर आए
शहर पर गर्व करने वाले।
- जान्हवी राजपुरोहित