लक्ष्य
लक्ष्य
जिंदगी जीना इतना मुश्किल न था,
जब तुम मेरे साथ थे,
हर तकलीफ में तूम ही मेरा हौसला बढ़ाते थे,
मुझसे मेरी सारी ख्वाहिशें पूरी करवाते थे।
तुम्हें भूल कर,
कुछ कमजोरियों को मैंने ज्यादा पाल लिया है, शायद
ये सोचती हूं, मैं, कोई मुझेे उठा कर मुझे तुमसे मिला दे।
तुम ही मेरी प्रेरणा थे तुम ही मेरा गुरुर,
तुम से ही होती थी मेरी दीन की सुरूर।
आज इस उगते सुरज ने, मेरे बेटे ने, मुझे फिर याद दिलाया,
माँ, कैसे पाना लक्ष्य को, तुम ने ही सिखाया ।
फिर तुम क्यों सोचती हो तुम हो कमजोर,
उठो खड़ी हो, चलो अपने लक्ष्य की ओर
चलो अपने लक्ष्य की ओर की......