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Nilima Paliwal

Abstract

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Nilima Paliwal

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इत्र

इत्र

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इत्र की तरह महकती हैं यादें बचपन की,

वो अपनी नोक-झोंक रूठना मनाना। 

पर #मेरे जन्मदिन पर #अपने पैसे बचा कर 

सबसे अच्छी चीज सिर्फ मेरे लिए ही ढूंढ कर लाना।

दुआ है इस बहन की सूरज की तरह रोशनी तुम्हारी चमकती रहे ,

हमारा रिश्ता भी इत्र की तरह महकता  रहे।

भाई बहन का रिश्ता होता हेे अटूट,

इसलिए वह कहलाता हे सबसे क्यूूट।



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