क्यों
क्यों
क्या हुआ क्यों मौन
हुआ सारा जग
क्यों बढ़ रहा इस
धरा पे अंधकार
क्या रवि छिप गए
घनघोर घटाओ में
या काली निशा ने
घेर लिया मयंक को
क्यों भय व्यप्त हुआ
भारत के कण कण में
क्या अंगड़ाई धरा
लेना चाहती
या प्रलय के
बादल मंडराने लगे
क्यों उगल रहा
मानव विष कराल
क्यों संतो पे
हो रहा अत्याचार
क्या अवतार कोई
लेना चाहता
क्यों वाणी पुत्र
खामोश हुआ
क्यों नहीं फड़क
रहे भूज विशाल
आखिर कौन हुआ
इस धरा पे विधर्मी
क्यों देवता नहीं
सुनते करुण पुकार
क्या असर हमारी
आह में कम हुआ
या पाप अधिक
हमने है कर डाले.
