मेरी माँ
मेरी माँ
लाखों ग़म सहेज कर
मुझे बहादुर बनाती है मेरी माँ
अच्छे बुरे का फर्क
करना सिखाती हैं मेरी माँ
जो मेरे लिए सारे जहां
से झगड़ जाती हैं मेरी माँ
नाम रीता है इसलिये
हर रीत निभाती हैं मेरी माँ
कभी खफा प्यार
दुलराती है मेरी माँ
इन प्यारी सी आँखो में
लाखों समुंदर का पानी लिए
फिर भी मेरे चेहरे पर
मुस्कान सजाती हैं मेरी माँ
खुद स्वाभिमानी है
मुझे भी स्वाभिमान
सिखाती हैं मेरी माँ
मेरे माँ के क़दमों में जन्नत नहीं
बल्कि खुद जन्नत है मेरी माँ
सौ बार जन्म मिले
भगवान से यही गुजारिश है
कि यहीं माँ मुझे हर जन्म में मिले
यहीं मेरी प्यारी माँ ....
