क्या तुम कर पाओगे
क्या तुम कर पाओगे
कहते हो ना कि मोहब्बत है हमसे
क्या हमारी इन आंखों को पढ़ पाओगे
जो छिपा है ये राज़ दबाए
क्या तुम उस राज़ को ढूंढ पाओगे
कहते हो ना की समझते हो हमे
क्या हमारी अनकही सी बातों को सुन पाओगे
बताओ क्या ये कर पाओगे
क्या हमे तुम अपना बना ने से पहले
हमसे हमे ही रूबरू करा पाओगे