कविता -घर संसार
कविता -घर संसार
घर संसार प्यारा,
सुख दुख का न्यारा है।
भाई चारे का दुलारा,
जीवन सबसे न्यारा है।
प्रेम भाव का नाता,
जीवन में सबको भाता है।
मानव सबसे प्यारा,
घर परिवार सहारा है।
एक दूसरे का नाता,
जीवन जीने का सहारा है।
मानव तो ज्ञान की दाता,
संसार में ज्योत जलाता है।
