कुछ तरकीब तो बना
कुछ तरकीब तो बना
इस कदर क्यों है रूठता
रुक जरा अभी
कुुुछ तरकीब तो बना
इस विध्वंश की तह तक जाने को
थोड़ा और जोश को जगा।
तो----------
इस कदर क्यों है रुुुठता
इन रास्तो का राहगीर बन
थोड़ा मन को स्थिर कर
उन मंजिलो तक पहुचने के लिए
कठिनाइयो का सामना तो कर।
तो----------------
इस कदर क्यों है रुुुठता
मन मे जो कोई चल रहे हो रिझन
उन को तब्दील करो चुनौतिओ में
फिर उन चुनौतियों को कहदो
तुम में नही कोई भी अब टशन।