STORYMIRROR

Jyoti Gupta

Abstract

3  

Jyoti Gupta

Abstract

कुछ तरकीब तो बना

कुछ तरकीब तो बना

1 min
291

इस कदर क्यों है रूठता

रुक जरा अभी

कुुुछ तरकीब तो बना

इस विध्वंश की तह तक जाने को

थोड़ा और जोश को जगा।


तो----------

इस कदर क्यों है रुुुठता 

इन रास्तो का राहगीर बन 

थोड़ा मन को स्थिर कर 

उन मंजिलो तक पहुचने के लिए 

कठिनाइयो का सामना तो कर।


तो----------------

इस कदर क्यों है रुुुठता

मन मे जो कोई चल रहे हो रिझन

उन को तब्दील करो चुनौतिओ में

फिर उन चुनौतियों को कहदो

तुम में नही कोई भी अब टशन।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract