कुछ कर दिखा
कुछ कर दिखा
रख हिम्मत तू बस खुद पे,
तेरा भी उद्धार होगा,
परिश्रम लगन से किया हर कार्य,
कभी नहीं बेकार होगाl
पर्वतों को हिलाने चला तू,
मुश्किलों की बौछार होगी,
आत्मविश्वास से भरा हुआ मन,
चट्टानों को भी उखाड़ देगा l
कुछ सीख ले उन परिंदों से भी,
हौसलो के बल नभ में उड़ना,
बस इच्छा और ख्वाबों के बदौलत,
कभी नहीं उड़ान होगी l
चल भूल जा बीती बातें,
कल की गलती और शरारते,
दृढ़ संकल्प से बढ़ा ले कदम ,
हासिल कर ले सफलता का चमन l
कुछ कर दिखा दुनिया को अब,
गुण भरा है तेरे अंदर,
योग्यता प्रस्तुत किए बिना,
कभी नहीं जय-जयकार होगी l