फूलों की सीख
फूलों की सीख
ये गुल हैं कि मुस्कुरा कर मुस्कराना सिखा देते हैं,
कल किसने देखा है मरकर भी ये जीना सिखा देते हैं।
जिंदगी छोटी ही सही पर महक फिजाओं में रहे,
जाने के बाद भी चर्चा सदियों तक जमाने में रहे।
बगिया के माली वही होते हैं जिन्हें जख्म मिलते हैं,
ऐसे हुनर अब देखने को जमाने में जरा कम मिलते हैं।
दिलों में बसने की हसरत की हिम्मत वही रखते हैं,
आंखों में लिए आंसू जो खिलखिलाने का दम रखते हैं।