पदार्थ की अवस्थाएं
पदार्थ की अवस्थाएं
पदार्थ की अवस्थाएं होती है तीन,
ठोस, द्रव और गैस लो तुम गिन।
ठोस
अणुओं के बीच आकर्षण बल होता अत्यधिक परस्पर,
दूर न होते एक दूजे से चाहे जितना जोर लगा लो इसपर।
इसलिए आकार, आयतन दोनों होता निश्चित,
ठोस इसी को कहते हैं हो जाओ तुम भी परिचित।
कुर्सी, मेज, बर्तन, छड़ और सिक्के,
अनगिनत हैं प्रकृति में उदाहरण इसके।
द्रव
अणुओं के बीच आकर्षण बल ठोस से होता कम,
दूरी बनाकर रहते एक - दूजे से नहीं इनको कोई गम।
इसलिए आकार अनिश्चित और निश्चित आयतन होता,
द्रव को डालो जिस बर्तन में आकार वैसा ही होता।
पानी, पेट्रोल, डीजल और तेल तरह - तरह के,
असंख्य हैं इस धरा पर उदाहरण इसके।
गैस
अणुओं के बीच आकर्षण बल होता नहीं के बराबर,
एक - दूसरे से दूर - दूर रहते और घूमते फिरते इधर - उधर।
आकार और आयतन दोनों अनिश्चित इसका होता,
छोटे-बड़े जिस बर्तन में डालो लेकर आकार उसी का उसको भरता।
आक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन और कार्बनडाईआक्साइड,
पृथ्वी पर हैं गैस अनगिनत और घूमते - फिरते करके सबको साइड।