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Stories By Suraksha Suraksha

Drama

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Stories By Suraksha Suraksha

Drama

कुछ कहने से पहले ही ख़ामोश हुए

कुछ कहने से पहले ही ख़ामोश हुए

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कुछ सुना भी नही

कुछ कहा भी नही

पर समंदर का शोर

छुपा भी नही !


वो डरा भी नही

वो सम्भला भी नही

इक आदमखोर कभी

मरा भी नही !


कोई टूटा भी नही

कोई छूटा भी नही

वो चेहरा जो कभी

रूठा भी नही !


तुम मैं भी नही

मैं तुम भी नही

जिंदगी वो खेल है

जो जीता भी नही

हारा भी नही !


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