कट्टर शत्रु
कट्टर शत्रु
काम, क्रोध और अभिमान
मनुष्य के समस्त दुखों के
मूल कारण हैं।
वे शांति के दुश्मन हैं।
सोचिए कि वे किसी के
जीवन में क्या कहर लाते हैं।
यदि आप अपने आप को
समझा सकते हैं कि वे
आपकी जीवन शक्ति को
खत्म कर देते हैं,
और आपको अपनी
भलाई के लिए उन्हें
मिटा देना चाहिए,
तो उनपर विजय
आसान हो जाता है।
इन तीन कट्टर शत्रुओं
पर विजय सभी
विजयों में सबसे महान है।
यह एक असली नायक बनाता है।
