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Sarita Saini

Tragedy

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Sarita Saini

Tragedy

कठोर फ़ैसला

कठोर फ़ैसला

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ज़िन्दगी की अज़ीब कश्मकश थी ,

जब ये निर्णय भी ज़रूरी था ।

बंधना था विवाह के पवित्र बंधन में ..

और प्यार भी ज़रूरी था ।।

दिल को तड़पता छोड़ ..

मैंने ये रिश्ता अपनाया ।

अपनों की खुशियों की ख़ातिर ..

मैंने खुद को एक कठोर फ़ैसला सुनाया ।।



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