कृष्णा।
कृष्णा।
आँखों की तृष्णा भी कृष्णा,
कानों में बजता स्वर भी कृष्णा,
हृदय की धड़कन भी कृष्णा,
मन में बहते विचार भी कृष्णा,
सुर भी कृष्णा, संगीत भी कृष्णा,
दिन में कृष्णा, रात भी कृष्णा,
स्वप्न भी कृष्णा, हक़ीक़त भी कृष्णा,
प्रेम भी कृष्णा, करुणा भी कृष्णा,
अंत भी कृष्णा, आरंभ भी कृष्णा,
विश्वास भी कृष्णा, प्रेरणा भी कृष्णा,
आदि भी कृष्णा, अंत भी कृष्णा,
जीवन भी कृष्णा, मोक्ष भी कृष्णा,
कर्म भी कृष्णा, फल भी कृष्णा,
राधा का माधव भी कृष्णा,
मीरा का मोहन भी कृष्णा,
हर मन में चल रहे महाभारत का
सारथी भी कृष्णा।
