STORYMIRROR

Sohan kumar

Drama

2  

Sohan kumar

Drama

कृष्ण

कृष्ण

1 min
178

खिलखिलाती सुबह,

मुस्कुराता दोपहर,

हंसती शाम,



हसीन रात,

गहरी नींद,

ख़ूबसूरत ख़्वाब और


स्वंम कृष्ण !

सब आये हैं

मिलने मुझसे सिर्फ

तुम्हारे लौट आने से।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama