Sohan kumar
Drama
इश्क़ अज़ाब हो गया है
मेरे बर्बाद होते ही।
रात
कृष्ण
मोहब्बत
इश्क़
मदहोशी
अपराधियों के लिये बन गया ये मौका अच्छा है I जहां देखो वहाँ अपराधियों की टोली है अपराधियों के लिये बन गया ये मौका अच्छा है I जहां देखो वहाँ अपराधियों की टोली...
कहते है इश्क में है बहुत उल्फ़ते, जब तेरे जैसा हो साथी तो सब कबूल है। कहते है इश्क में है बहुत उल्फ़ते, जब तेरे जैसा हो साथी तो सब कबूल है।
जनम-जन्म का साथ हमारा बंधे अनोखे बन्धन में। जनम-जन्म का साथ हमारा बंधे अनोखे बन्धन में।
राखी की असली पहचान हुई धूमिल त्यौहार रक्षाबंधन का.... राखी की असली पहचान हुई धूमिल त्यौहार रक्षाबंधन का....
मुझ पर कृपा करो प्रभु इस जीवन की नैया तू ही है। मुझ पर कृपा करो प्रभु इस जीवन की नैया तू ही है।
शायरों से सुना था पर आज पता चला कि क्यूँ परियां आती है सिर्फ रात के ख़यालों में शायरों से सुना था पर आज पता चला कि क्यूँ परियां आती है सिर्फ रात के ख़यालों ...
रात के सन्नाटे में पायल की आहट दबाते, नदी तक जाने को जी चाहता है। रात के सन्नाटे में पायल की आहट दबाते, नदी तक जाने को जी चाहता है।
अभी तो हम बिखरे पड़े हैं तो यह आलम है जब हम निखरेगे तो क्या मंजर होगा। अभी तो हम बिखरे पड़े हैं तो यह आलम है जब हम निखरेगे तो क्या मंजर होगा।
फिंकवा दी गयी किसी और ठौर माँ और आँगन की मिट्टी। फिंकवा दी गयी किसी और ठौर माँ और आँगन की मिट्टी।
कवि से कोई कह रहा था आप चाँद तारों वाली दुनिया की कविताएँ करते हैं.. कवि से कोई कह रहा था आप चाँद तारों वाली दुनिया की कविताएँ करते हैं..
कोई तरसता है तो किसी की जिंदगी में प्यार ही प्यार है। कोई तरसता है तो किसी की जिंदगी में प्यार ही प्यार है।
मैं तुम्हें पहचान लूँगी-२ लेकिन आना ज़रूर , मैं तुम्हारी राह देखूँगी। मैं तुम्हें पहचान लूँगी-२ लेकिन आना ज़रूर , मैं तुम्हारी राह देखूँगी।
फिर क्यों प्रकाशक के भाई-भतीजों से हार जाती है, मेरी कविता। फिर क्यों प्रकाशक के भाई-भतीजों से हार जाती है, मेरी कविता।
तुम्हें देख मैं घबराया, पर पहले दिल को समझाया, पूछा अपने मन में ये कौन इतनी रात को आया तुम्हें देख मैं घबराया, पर पहले दिल को समझाया, पूछा अपने मन में ये कौन इतनी र...
सहेजती जाती अंतरिम स्वयं में नए श्रृंगार जिनमें गति है,लय है,ज्वाला है और अभिसार। सहेजती जाती अंतरिम स्वयं में नए श्रृंगार जिनमें गति है,लय है,ज्वाला है और अभि...
मज़लूम जान मुझको गले से लगा लिया मुझसे ही मेरा दर्द चुराने का शुक्रिया मज़लूम जान मुझको गले से लगा लिया मुझसे ही मेरा दर्द चुराने का शुक्रिया
एक तेरे अलावा किसी को चुना नहीं हमने। एक तेरे अलावा किसी को चुना नहीं हमने।
खुदको साबित करके उड़ाने है सबके होश। खुदको साबित करके उड़ाने है सबके होश।
भारत की विविधताओं को समेट नहीं पाएगी भारत की विविधताओं को समेट नहीं पाएगी
तुम जरा ठहर जाओ अगर तो बहुत बड़ी बेईमानी है! तुम जरा ठहर जाओ अगर तो बहुत बड़ी बेईमानी है!