तुम किसान नही हो सकते !
तुम किसान नही हो सकते !
किसान विध्वंसक नहीं होता,
वह तो सर्जन हार होता है।
लोगों के लिए अन्न उपजाकर,
खुद भूखा ही सोता है।।
तुम किसान नहीं हो सकते,
तबाही करने वाले कौन हो ?
कल तक बहुत चिल्ला रहे थे,
फिर अब क्यों तुम मौन हो ?
जिसने तिरंगे का अपमान किया,
वह कभी ना बख्शा जाएगा।
पुलिस पर हाथ उठाने वाला,
घोर सजा अब पाएगा !