करना ये सदा
करना ये सदा
कभी भी किसी का दिल ना दुखाना,
तो जीवन सफर फिर बनेगा सुहाना।
बुरी-भावना और दुर्गुण मिटाना,
छोड़ गिले-शिकवे प्यार जगत में लुटाना,
गमों को मिटाकर गाना खुशी का तराना।
कभी भी किसी का दिल ना दुखाना..........
सत्कार्यों को सदा ही सराहें,
मगर दुर्जनों से जुदा रखें राहें।
विनम्र भाव रख सबको विनम्रता सिखाना,
मगर दीन भाव स्वप्न में भी न लाना,
मनुज वंश लाज रख मनुजता दिखाना
कभी भी किसी का दिल ना दुखाना..........
बड़ी है अजीब दुनिया -बड़ा विचित्र ये संसार है,
अलग सबकी आदत अलग सबके विचार हैं।
सज्जन के साथी हम हैं उनसे हमें प्यार है,
जिनके संग निभा नहीं पाएं उन्हें दूर से नमस्कार है,
सज्जन का संग छोड़ न देना- दुर्जन के पास न जाना।
कभी भी किसी का दिल ना दुखाना............
शक्तियां अर्जित करके खुद को शक्तिमान बनाना,
विद्या धन अर्जित करके ज्ञान की गंगा बहाना।
अहंकार धन का मत करना उसे दान कर पुण्य कमाना,
सब शक्तियां प्रभु का वर हैं निर्बल रक्षण में इन्हें लगाना,
सदा व्यस्त और मस्त रहकर जग में खुशियों की खुशबू फैलाना,
कभी भी किसी का दिल ना दुखाना...........
शक्ति तो अस्थाई है सदा रह ना पाएगी,
धन-दौलत का क्या भरोसा क्षण भर में खो जाएगी।
परलोक तो बड़ी दूर है यहां भी हरदम काम न आएगी,
प्रेम-त्याग से संबंध कमाई हमें इस जग में सफल बनाएगी।
धन-शक्ति का गर्व न करना सबके संग दया दिखाना।
कभी भी किसी का दिल ना दुखाना..............
