STORYMIRROR

कीर्ति जायसवाल

Abstract

3.0  

कीर्ति जायसवाल

Abstract

कोरोना ने क़हर मचाया

कोरोना ने क़हर मचाया

1 min
288


कोरोना ने क़हर मचाया

हम भी उपाय कुछ करते हैं।


आसमान के शॉवर से

स्नान धूप से कर लेते हैं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract