STORYMIRROR

Hiral Hemang Thakrar

Drama

3  

Hiral Hemang Thakrar

Drama

कोई नहीं

कोई नहीं

1 min
405


मेरी कामयाबी की

वो दुआ करता रहा,

फिर भी वो कहता रहा

तू मेरी कोई नहीं, तू मेरी कोई नहीं।


तकलीफ में देख मुझे

चुपके से आँसू बहाता रहा,

एक ही बात वो कहता रहा

तू मेरी कोई नहीं, तू मेरी कोई नहीं।


मेरी खुशियों में

चेहरा उसका मुस्काता रहा,

बार-बार वो कहता रहा

तू मेरी कोई नहीं, तू मेरी कोई नहीं।


रब की शायद मर्जी यही

कहानी हमारी मुकम्मल नहीं

लो मैं भी यही कहती हूँ

हाँ, मैं तेरी कोई नहीं, मैं तेरी कोई नहीं।




Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama