कंट्रोल एक्स और कंट्रोल वाय
कंट्रोल एक्स और कंट्रोल वाय
आजकल लेखक क्या करे ?
कविता करे ?
कहानी लिखे ?
कैसी कविता करे ?
कौन सी कहानी लिखे ?
युद्ध की इस विभीषिका में क्या लिखें...
कैसे लिखें की युद्ध मे हॉस्पिटल पर भी मिसाइल दागे जा रहे है...
दस महीने के बच्चें तक को नही बक्शा जा रहा है...
दिनभर सिर्फ़ एक लीटर पानी...
पता चला कि युद्ध मे ऐसे ही एक छोटे बच्चें ने पानी की चोरी कर ली...
कभी सुना था कि पानी ज्यादा पीना चाहिए...डॉक्टर्स कहते रहे है...
प्यासे को पानी देना तो धर्म का काम है...
पानी की चोरी..यह कैसा वक़्त आया है ?
ख़बरों में सुन रहे है बिना बेहोश किये पेशंट का इलाज किया जा रहा है...
जहाँ युद्ध हो रहा है सुना है कि वहाँ तीन तीन धर्मों के पवित्र स्थल है...
और युद्ध मे वहाँ बेगुनाहों का कत्ले आम हो रहा है...
भूख...अनिश्चितता...डर...असहायता...
बच्चें...औरतें...बड़े...बूढ़े...
कोई एक अंधेरी सुरंग...
लेकिन युद्ध मे सब जायज़ है...
यूनो और डब्ल्यू एच ओ अपनी ज़रूरत तलाश रहे है...
हर देश के प्रेसिडेंट को अपनी अपनी डिप्लोमेसी की चिंता है...
उनके देश के व्यापार का भी मामला है...
स्ट्रेटेजिक प्लैनिंग और पॉलिसी का मसला है...
नो टेरेरिज्म और ह्यूमन राइट्स जैसे लफ़्ज़ भाषणों में अच्छे लगते है...
उनका युद्ध के हालात में क्या काम?
लेखक क्या लिखे ?
किसपर लिखे ?
कोमल मन वाला लेखक इस मंजर को नजरअन्दाज़ कैसे करे?
वह कागज़ पर कुछ लिखने लगता है...
पेड़ बचाने की जद्दोजहद मे लेखक कागज़ छोड़ कंप्यूटर ऑन करता है...
टिश्यू पेपर से हाथ पोछते हुए झट झट की बोर्ड पर उँगलियाँ चलाने लगता है....
युद्ध की विभीषिका पर लिखते हुए लेखक कंट्रोल सी और कंट्रोल वी के साथ कंट्रोल एक्स और कंट्रोल वाय भी करते जाता है...