कल का भविष्य
कल का भविष्य
छोटे बड़ों की पहचान नहीं,
संस्कार सत्य की,
परिभाषा जानता नहीं,
देश का नाम क्या,
अपने माँ बाप को भी,
मानता नहीं।
फिर भी कहते हैं हम,
ये बच्चे आने वाले,
कल के भविष्य है,
क्या ये ही समाज है,
क्या ये ही सत्य की,
परिभाषा है।
क्या कभी सत्य को कभी,
उजागर करेंगे हम,
बिगड़ती हुई पीढ़ी को,
सत्य के रस्ते पर,
ला पायेंगे हम।
आइये मोबाइल और,
टीवी से दूर हटे हम,
आने वाली पीढ़ी से,
बातें-कुछ करें हम,
उन्हें जीने का सही,
रास्ता दिखाएँ हम।
