STORYMIRROR

हरि शंकर गोयल

Tragedy Action

3  

हरि शंकर गोयल

Tragedy Action

किसे पता था

किसे पता था

1 min
287


किसे पता था कि एक दिन ऐसा आयेगा

जब इंसान ही इंसान की मौत का कारण बन जायेगा

आदमी अपने ही घर में कैद हो जायेगा 

एक दूसरे की शक्ल देखने से भी घबरायेगा 

कोई चायनीज वायरस इतना घातक बन जायेगा

कि अपनों की लाश को भी देखने से कतरायेगा 

ना अस्पतालों में जगह होगी ना इलाज मिल पायेगा

मरीज खुद ऑक्सीजन का सिलेंडर उठाकर आयेगा

ऑक्सीजन ब्लैक में बिकेगी इंजेक्शन मिल नहीं पायेगा

जगह जगह पर लाशों का अंबार नजर आयेगा 

शहर वीरान से लगेंगे बाजारों में सन्नाटा पसर जायेगा

सड़कें सुनसान हो जायेंगी खौफ का साम्राज्य हो जायेगा

पति भी घर में झाड़ू लगाता मिल जायेगा और

नित नये पकवान बनाकर पत्नी को खिलायेगा 

मीडिया पत्रकारिता के नाम पर दहशत फैलायेगा

विपक्ष स्वदेशी वैक्सीन पर ही उंगली उठायेगा 

किसे पता था कि एक दिन ऐसा आयेगा 

कि मास्क से अपना मुंह छुपाना पड़ जायेगा।।  



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy