किसान
किसान
हिन्दू - मुस्लिम हुआ खत्म,
तो बात करे किसानों की।
जो बदहाली से जूझ रहा
यही वो किसान है।
फिर भी सरकारें थोप रही है
जीएम क्रोपिंग सिस्टम
फिर कहती है यही तो विकास है।
आज देखिए पूरे देश में,
बद से बदतर हो गई हालत।
तमिलनाडु में लड़ रहा है।
महाराष्ट्र में मर रहा है।
मंदसौर में खाई गोली
यही वो किसान है।
एक समय था मेरे साथियों।
जब जय किसान के नारे गूंजे।
आज उन्हें मारने वाली
गोलियों की आवाज़े गूंज रही है।
अब मुझे बताओ क्या ग़लती थी
उस किसान की।
कि बड़े चाव से बोया खेत
क्योंकि आशाएं होती है बहुत।
मानसून भी अच्छा आया।
और पैदावार भी हुई खूब।
मेहनत करके लगाया ढेर
लेकिन कीमतें मिली नहीं।
कर्ज में दब कर मर गया
क्या ये ग़लती थी उस किसान की।
भावी युवा पीढ़ी अब तो तुम जागो
क्योंकि तुम्हारी कुछ कर गुजरने की उम्र है।
जब बारी उस किसान की थी
तो तुम्हारे लिए हरित क्रांति कर दी थी।
अब बचा लो इन किसानों को
क्योंकि अब बारी तुम्हारी है।